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विश्व जल दिवस (22 मार्च) का इतिहास, महत्व, थीम और अवलोकन | WHAT IS WORLD WATER DAY?|क्या है विश्व जल दिवस? जाने सारी जानकारी 2023 में?|-hindimetrnd

लेखक: गुड्डू राय

विश्व विज्ञान दिवस(Science Day) की तरह विश्व जल दिवस भी मनाया जाता है| विश्व जल दिवस( #World Water Day) क्या है विश्व जल दिवस?क्यों मनाया जाता है?जाने सारी जानकारी 2023 में, इस दिन का उद्देश्य विश्व स्तर पर सुरक्षित और पिने युक्त  जल संसाधनों तक पहुंच के बिना रहने वाले लगभग 2.2 बिलियन लोगों को जागरूक करना है| 1992 से प्रत्येक वर्ष 22 मार्च को विश्व जल दिवस मनाया जाता रहा है। यह दिन मीठे पानी के महत्व पर केंद्रित है,और मीठे पानी के संसाधनों के स्थायी प्रबंधन के लिए प्रेरित है। इसके अलावा, इस दिन का लक्ष्य विश्व स्तर पर सुरक्षित जल संसाधनों तक पहुंच के बिना रहने वाले 2.2 बिलियन लोगों के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, सुरक्षित जल की मांग और जरुरत  2040 तक 50 प्रतिशत से अधिक बढ़ने की संभावना है।

क्या आप विश्व जल दिवस के बारे में जानते हैं?

दोस्तों क्या आप WORLD WATER DAY के बारे में जानते है ? यदि आपका उत्तर ना है तो यह पोस्ट आपके लिए है इस पोस्ट के अन्दर आपको WORLD WATER DAY यानि विश्व जल दिवस से जूरी हर जानकारी प्राप्त होगी जिसके कारन आप जल दिओवास से जूरी हर जानकारी प्राप्त कर पाएँगे|

विश्व जल दिवस मनाने की शुरुआत कब और कैसे हुई?

1992 से प्रत्येक वर्ष 22 मार्च को विश्व जल दिवस मनाया जाता रहा है। यह दिन मीठे पानी के महत्व पर केंद्रित है,और मीठे पानी के संसाधनों के स्थायी प्रबंधन के लिए प्रेरित है। इसके अलावा, इस दिन का लक्ष्य विश्व स्तर पर सुरक्षित जल संसाधनों तक पहुंच के बिना रहने वाले 2.2 बिलियन लोगों के बारे में जागरूकता बढ़ाना है

विश्व जल दिवस क्यों मनाया जाता है?

इस दिन का उद्देश्य विश्व स्तर पर सुरक्षित और पिने युक्त  जल संसाधनों तक पहुंच के बिना रहने वाले लगभग 2.2 बिलियन लोगों को जागरूक करना है| 1992 से प्रत्येक वर्ष 22 मार्च को विश्व जल दिवस मनाया जाता रहा है। यह दिन मीठे पानी के महत्व पर केंद्रित है,और मीठे पानी के संसाधनों के स्थायी प्रबंधन के लिए प्रेरित है।

विश्व जल दिवस कब मनाया जाता है?

प्रत्येक वर्ष 22 मार्च को यह दिवस मनाया जात है | एवं हर वर्ष विश्व जल दिवस के अवसर पर एक नई theme का एलान करती है ताकि लोगो में जल का महत्व बना रहे |

विश्व जल दिवस कैसे मनाया जाता है?

विश्व के हर क्षेत्र में पानी की गुणवत्ता एवं उन्स्की महत्व को जागरूक रखने के लिए भीं भिन्न तरह से इस इवास को मनाया जाता है जिसमें लोग हिस्सा लेते है | जैसे रंगमंच नाट्य रूपांतरण संगीत प्रतियोगिता | किसी प्रकार के कला का रूपांतरण आदि के जरिये इस दुवास को मनाया जाता है|

World Water Day 2023 theme(विश्व जल दिवस के theme):

WORLD WATER DAY  2023 का विषय(theme) “वैल्यूइंग वाटर(VALUEING WATER)” है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, “पानी का मूल्य उसकी कीमत से लगभग अधिक है।” इस दिन को सतत विकास(Sustainable Development) के तहत लक्ष्य संख्या 6 के अनुरूप रखते हुए मनाया जाता है,जिसका उद्देश्य 2030 तक सभी को स्वक्ष पानी और स्वच्छता प्रदान करना है।
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World Water Day quotes, messages(विश्व जल दिवस के संदेश):

विश्व जल दिवस(WORLD WATER DAY) के कुछ महत्वपूर्ण संदेस पेस है जिससे हम जल समस्या और उनकी एहमियत के प्रति जागरूक हो सके:
1.“हजारों लोग बिना पानी के नहीं, प्यार के साथ रहे।” – डब्लू.एच। ऑडेन
2.”मैंने पहाड़ों को अपना दिल दिया, जिस मिनट मैं इस नदी के किनारे अपने चेहरे पर स्प्रे के साथ खड़ा था और इसे झाग में झुलसता देखा, धँसा चट्टानों पर हरे कांच के लिए चिकनी, फिर से फोम करने के लिए चकनाचूर। मुझे यह देखकर रोमांचित हुआ कि यह किस तरह से फैलता है। अभी तक हमेशा वहाँ था, इसकी गर्जना ने मुझे और पृथ्वी को हिला दिया-“-वेलेस स्टेग्नर
3.”जब कुआँ सूख जाता है, तो हम पानी के लायक सीखते हैं।” – बेंजामिन फ्रैंकलिन
4.”जल जीवन का द्रव्य और मैट्रिक्स, माँ और माध्यम है। जल के बिना जीवन नहीं है।” – अल्बर्ट सजेंट
5.”एक नदी एक जादुई चीज लगती है। एक जादू, चलती, बहुत ही पृथ्वी का रहने वाला हिस्सा।” – लौरा गिलपिन
6.”कुछ भी पानी की तुलना में नरम या अधिक लचीला नहीं है, फिर भी कुछ भी इसका विरोध नहीं कर सकता है।” – लाओ त्ज़ु
7.”सभी पानी में एक आदर्श स्मृति होती है और वह हमेशा के लिए वापस पाने की कोशिश कर रहा है जहां वह था।” – टोनी मॉरिसन
8.बहुत देर होने से पहले पानी बचाएं
9.पानी की हर बूंद एक अनमोल खजाना है। बचाओ!
10पानी के केवल दो पहलू हैं; जब कुछ भी मिलाया जाता है तो यह एक ज़रूरत है और जब यह जीवन नहीं है!
11.धरती को एक उपकार करो। पानी बचाने वाला हो
 

History behind World Water Day(विश्व जल दिवस का इतिहास)

सन 1992 में, रियो डी जनेरियो में पर्यावरण और विकास पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन द्वारा एक आयोजन,आयोजित किया गया था, जिसमे  संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा यह निर्णय लिया गया, कि प्रत्येक वर्ष, 22 मार्च को विश्व जल दिवस 1993 से शुरू किया जाएगा। आयोजन में जल समस्या से जूरी कई तरह के घटनाओं को उजागर किया  गया और इनके उपाय हेतु कई परियोजनाओं को मान्यता दी गई ।
कुछ मान्यताओं में सतत विकास के तहत  पानी पर कार्रवाई के लिए वर्तमान और अंतर्राष्ट्रीय दशक के तहत , 2018-2028 के दौरान जल क्षेत्र में सहयोग के अंतर्राष्ट्रीय वर्ष 2013 में शामिल थे। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, इन टिप्पणियों को पुन: पुष्टि करने के लिए आवश्यक यह है कि पानी और स्वच्छता के उपायों को आगे बढ़ाया जाए। आर्थिक विकास, गरीबी में कमी, और पर्यावरणीय स्थिरता के लिए।

Some important aspects about water(जल के बारे में कुछ महत्वपूर्ण पहलू):

1. वर्तमान समय में  प्रत्येक 3 लोगों में से 1 के पास सुरक्षित पेयजल उपलब्ध  नहीं है।
2. वैश्विक ऊर्जा मांग में 2040 तक 25 प्रतिशत की वृद्धि की उम्मीद है, पानी की मांग में भी 50 प्रतिशत की वृद्धि होने की उम्मीद है।
3.एसा अनुमान है की  लगभग 5.7 बिलीयन  लोग ऐसे होंगे, जो उन क्षेत्रों में रहने की उम्मीद हैं जहाँ साल में कम से कम एक महीने पानी की कमी होती है।
5. एक दशक में हुई 90 प्रतिशत से अधिक बड़ी आपदाओं का कारण अत्यधिक मौसम को माना जा सकता है। पर्यावरण में अत्यधिक गर्मी का बढ़ना इन सभी समस्यायों का एक कारन भी है|

अगर पर्यावरण पर जल समस्या के उपलक्ष पर अधिक ध्यान दिया गया तो संयुक्त राष्ट्र को क्या लाभ होगा?

संयुक्त राष्ट्र संघ के अनुसार, जलवायु परिवर्तन में स्वक्ष पानी की आपूर्ति के साथ-साथ स्वच्छता पर ध्यान केंद्रित करने से “हर साल 360,000 से अधिक शिशुओं की जान बचाने में मदद मिल सकती है।” इसके अलावा, पूर्व-औद्योगिक स्तरों से कम से कम 1.5 ° C तक ग्लोबल वार्मिंग को सीमित करने पर ध्यान केंद्रित करें, ऐसी संभावना है कि जलवायु-प्रेरित जल तनाव में 50 प्रतिशत तक की कमी हो सकती है। एसा अनुमान के तहत सयुक्त राष्ट्र संघ के द्वारा बताया गया है|

जल की कुछ महत्वपूर्ण बाते:(SOME IMPORTANCE THING ABOUT WATER):

इस साल विश्व जल दिवस(#World Water Day) के लिए संयुक्त राष्ट्र का ध्यान सभी को पानी के मूल्य निर्धारण और दुनिया भर के लोगों से आग्रह करने के लिए है। संयुक्त राष्ट्र का यह मानना है कि पानी का मूल्य उसकी लागत से बहुत अधिक है क्योंकि प्राकृतिक रूप से होने वाले संसाधन का बहुत बड़ा मूल्य है|  न केवल स्वास्थ्य और घरों के लिए, बल्कि संस्कृति, शिक्षा, अर्थशास्त्र के साथ-साथ प्राकृतिक वातावरण की अखंडता के लिए भी जरुरी है ।
“अगर हम इनमें से किसी भी तरह के मूल्यो को नजर-अंदाज करते हैं, तो हम इसके परिणाम स्वरुप , इस तरह के संसाधन को गलत तरीके से जोखिम में डाल देंगे । एसडीजी(Sustainable Development) 6 सभी के लिए पानी और स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए है। पानी की सही, बहुआयामी मूल्य की व्यापक समझ के बिना, हम सभी के लाभ के लिए इस महत्वपूर्ण संसाधन को सुरक्षित रखने में असमर्थ होंगे, ”यूएन ने कहा।
इस बीच, यूएन ने कुछ सबक भी बताए, जो कोविद -19 महामारी तस्वीर में लाए हैं, जिसमें इस बात पर ध्यान दिया गया है कि पानी की पहुंच में कमी के कारण स्वच्छता के मुद्दे कैसे पैदा हो सकते हैं, इससे किसी भी देश की दीर्घकालिक संभावनाओं को नुकसान पहुंच सकता है। भूलना नहीं, दुनिया भर में हर किसी को साबुन और पानी से अपने हाथ धोने के लिए कहा जाता है।

वर्ष 2023 में  जल संरक्षण के उपलक्ष पर भारत का ध्यान क्या है?

इस वर्ष, भारत (Rain cathch the rain) रेन कैच द रेन ’नामक एक अभियान शुरू किया है, जिसमें वर्षा जल संचयन की आवश्यकता पर जोर दिया गया है। मन की बात के अंतिम एपिसोड में, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने जल शक्ति मंत्र द्वारा अभियान शुरू करने की घोषणा की। यह 22 मार्च से शुरू होगा और विचार यह है कि ‘बारिश को तब पकड़ें जब यह गिरता है और जहां गिरता है।’ मोदी के अनुसार, सरकारी निकाय वर्षा जल संचयन प्रणालियों की मरम्मत, गांव के सौतेलों, तालाबों की सफाई और सभी को हटाने पर ध्यान केंद्रित करेगा। उन्होंने भारतीयों से अपने आस-पास के क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करने और पानी बचाने के उपाय करने का भी आग्रह किया।

घर पर पानी कैसे बचाएं?(How to save water at home?)

यहाँ घर पर पानी बचाने के लिए कुछ सुझाव दिए गए हैं:
1. असामान्य रूप से उच्च उपयोग के लिए, अपने पानी के बिल की निगरानी करें
2. कई बार टॉयलेट को फ्लश करने से बचें
3. पानी के अनुकूल उपकरणों का उपयोग करें
4.टूटे  शौचालय और टपकते  नल को ठीक कराए
5. घर में बुद्धिमानी से अपशिष्ट( WASTEWATER) जल का उपयोग करना
6. उपयोग के बाद नल बंद कर दें
7. एक कम फ्लश शौचालय का उपयोग करें
8. पानी पौधों  पर बुद्धिमानी से प्रयोग करे
9. बरसात का पानी को किसी जगह एकत्रित करे और उसका उपयोग करे|

अंतिम शब्द :

तो ये दी WHAT IS WORLD WATER DAY? KNOW TOP 10 MESAGES OF WORLD WATER DAY IN 2023/ क्या है विश्व जल दिवस? जाने सारी जानकारी 2023 में? के कुछ महत्वपूर्ण बाते जिसे हमने अपने पाठको के लिए लिखा है,और पूरी जानकारी देने का प्रयास किया है|

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Big breaking: नहीं रहे सतीश कौशिक? | इन 5 कारणों से हुई उनकी मौत? | Satish kaushik passes away?-hindimetrnd

Satish kaushik passes away: जी हाँ दोस्तों आप सब ने सही पढ़ा | बॉलीवुड में काम करने वाले एवं अपने एक्टिंग से हम सबको मोहित करने वाले श्री सतीश कौशिक जी की अचानक मृत्यु हो गई | कहा जा रहा है की काफी दिनों से उनकी तबियत ठीक नहीं रह रही थी | गौरतलब है की सतीश कौशिक बॉलीवुड में एक्टिंग करने के अलावा निर्देशक एवं लेखक यानि की राइटर भी थे | उन्होंने कई सारे फिल्म बतौर राइटर लिखे भी है | रूप की रानी चोरो का रहा उनमे से एक फिल्म है जो सतीश जी ने निर्देशक की थी एवं जो बुरी तरह फ्लॉप हो गई थी |

Satish kaushik passes away:

जी हाँ साथियों बॉलीवुड की बेहतरीन एक्टरो में उनका भी नाम आता है | जिन्होंने अपने काम के बदौलत काफी नाम कमाया | हालाँकि शुरुआती दिनों में उन्हें बहुत से ठोकर खानी पारी है जिसके कारन धीरे धीरे उन्हें धक्के खाने के बाद काम मिलने लगा एवं धीरे धीरे बॉलीवुड में उन्होंने ओनी छाप छोरनी सुरु की| बॉलीवुड में उन्होंने बहुत सारे ऐसे फिल्मो में काम किये है जिसके कारन उन्हें काफी याद किया जाएगा|

हार्ट अटैक से हुई मौत:

सतीश जी दिल्ली की कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए गाए हुए थे लेकिन अचानक उनकी तबियत ख़राब होने के कारन गुरुग्राम में स्थित एक हॉस्पिटल ले जाया गया जहा उन्होंने आखरी सांसे ली | एसा कहा जा रहा है की पोस्ट मोर्टम के बाद उन्हें मुंबई के लिए रवाना किया जाएगा एवं एसा लग रहा है की संध्या 5-6 के बिच उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा | वह 66 वर्ष के थे| दिल का दौरा पर्ने के पहले उन्हें काफी दिनों से तबियत खराब चल रही थी |

PM मोदी ने भी किया tweet:

जी हाँ दोस्तों देश के प्रधान मंत्री सहेत बहुत से राजनेता ने भी उनकी मौत का शोक जताते हुए tweet किया है |प्रधान मंत्री मोदी जी ने कहा बहुत अच्छे एक्टर थे सतीश कौशिक जी| हलाकि सबसे पहले सोशल मीडिया के जरिये सतीश कौशिक के करीबी दोस्त अनुपम खैर ने अपने सोशल मीडिया के जरिये सभी को इन्फॉर्म किया की दिल का दौरा परने के कारन उनकी अचानक निधन हो गया |

सतिश कौशिक नेट वर्थ:

वैसे तो सतीश कौशिक के जीवन की शुरुवात कुछ खाश नहीं हुई थी बहुत सी उतार चढ़ाव देखने के बाद उन्हें इस इंडस्ट्री में काम मिला| अपने शुरुवाती दिनों में उन्होंने कपरे के मिलो में माशिक 400 में काम करना शुरू किया था | धीरे धीरे जब उन्ह फिल्मो में काम मिलना शुरू हुआ तब उन्होंने अपने टैलेंट के दम पर कई सारे क्षेत्रो में अपना अनुभव दिया | जिसमे एक्टिंग के अलावा निर्देशक एवं राइटर की भूमिका भी उन्होंने निभाई है | एवं देखते ही देखते उन्हें बॉलीवुड में 35 वर्ष तक काम मिलता रहा एवं लगभग 100 से ज्यादा फिल्मो में उन्होंने काम किया है |

बतौर एक्टर इन्हें कॉमेडी करना बहुत पसंद था उनका मानना था की कॉमेडी करना काफी मुश्किल काम है एवं इसी मुश्किल काम को वह इतनी बारीकी से करते थे की देखते ही देखते 35 साल तक हमें हसाते रहे एवं क दिन हमे चोर कर चले भी गाए| कहा जाता है की उनकी नेट वर्थ कुछ वेबसाइट के अनुसार 100 करोर के ऊपर की है| परन्तु सुपरस्टार बायो(SUPARSTAR BIO ) नमक वेबसाइट के अनुसार सतीच कौशिक की नेट वर्थ 120 करोर के करीब आंकी जा सकती है | जिसकी पुष्टि हम नहीं करते है |

सतीश कौशिक का असली घर कहा है:

मूल रूप से ये पंजाब से ताल्लुक रखते है, एवं इनकी शुरुवाती पढ़ाई भी यही से हुई थी | वैवाहिक जीवन के बारे में हम ज्यादा नहीं जानते है लेकिन 2020 के एक रिपोर्ट के अनुशार सतीश कौशिक ने अपने पितृ घर यानि की पंजाब में ही एक फार्म house ख़रीदे थे जिसकी कीमत अभी आंकी जाए तो करोरो में होंगी |

FAQ:

कैसे हुई सतीश कौशिक की मौत?

ANS: दिल का दौरा परने के कारन सतीश कौशिक की मौत हुई है |

कहा के रहने वाले थे सतीश कौशिक?

ANS: पंजाब राज्य के रहने वाले थे सतीच कौशिक|

सतीश कौशिक ने कितने वर्ष तक फिल्मो में काम किया है ?

ANS: सतीश कौशिक ने 35 वर्ष तक इस इंडस्ट्री में काम किया है |

सतीश कौशिक की नेट वर्थ कितनी होगी?

ANS: एसा अनुमान लगाया जा सकता है की 100 करोर के ऊपर उनकी नेट वर्थ हो सकती है|

अंतिम शब्द:

तो यह थी हमारी पोस्ट जिसमे हमनेSatish kaushik passes away से जूरी सारी जानकारी आपलोगों से साझा करने की कोसिस की है जिससे आप सभी को Satish kaushik passes away) से जुरे हर छोटी से छोटी जानकारी आपको दे सके|

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HISTORY OF 8th MARCH ON WOMEN’S DAY IN HINDI?(जानना चाहते है 8 मार्च के महिला दिवस का इतिहास?)

लेखक: गुड्डू राय

HISTORY OF 8th MARCH ON WOMEN'S DAY IN HINDI?(जानना चाहते है 8 मार्च के महिला दिवस का इतिहास?)
यूँ तो हमलोग महिला दिवस के दिन को बरी खुशी से मानते है, लेकिन वो कहते है ना हर चीज की कीमत होती है,हर ख़ुशी के पहले हमें गम का सामना करना परता है| हम अगर अपने इतिहास में देखे तो हमें इस बात का उत्तर मिल जाएगा की ये खुसी और समनता का दिन जिसमे हम अपने घर के ओरतो के साथ दुनिया के सभी ओरतो को इज्जत और सम्मान देने की बात करते है,उनकी शुरुवात एक संघर्ष और आन्दोलन के साथ हुई थी,जिसे हम आज पढेंगे| आज हमलोग HISTORY OF 8th MARCH ON WOMEN’S DAY IN HINDI?(जानना चाहते है 8 मार्च के महिला दिवस का इतिहास?) के बारे में जानेंगे,इसकी सुरुवाती बिंदु से अंत तक सभी जानकारी को जानेंगे|

महिला दिवस कब शुरू हुई?(WHEN WAS WOMEN’S DAY STARTED?):

कभी कभी हमारे मन में एसा सवाल उठता है,की आखिर एसी क्या बात ही गई जो अंतराष्ट्रिय स्टार पर महिलाओ के सम्मान के लिए एक अलग दिन घोषित करना परा| क्या सिर्फ उनके सम्मान के लिए ये दिन घोषित किय गया था? या उनके पीछे छिपी थी कोई जद्दो जहद जिसे दूर करने के लिए महिलाओ ने आन्दोलन का सहारा लिया|
अंतराष्ट्रीय महिला दिवस की शुरुवात न्यू यॉर्क सहर से हुई| वह की महिलाओं को समन्ता का अधिकार प्राप्त नहीं था,उनके साथ भेद भाव किया जाता था| उन्हें काम पर तो रख लिया जाता था पर उन्हें उचित वेतन और अधिकार नहीं दिया जाता था,जो पुरुषो को प्राप्त था| उन्होंने सरकार से ये मांग शुरू किया की उन्हें कम घंटे काम की अनुमती दे| इनके साथ ही महिलाओ की एक और मांग थी की उन्हें उनके काम के बदले बेहतर वेतन दिया जाए और मतदान की अनुमति भी दी जाए| दरअसल ,अहिला दिवस एक मजदुर आन्दोलन से उपजा एक दिवा है  जिसकी शुरुवात 1908 में हुई थी|
धीरे धीरे यह आन्दोलन जोर पकरता गया और पुरे विश्व में आग की तरह छा गया|करीबन एक वर्ष के शंघर्ष के बाद अमेरिका की सोशलिस्ट पार्टी द्वारा पहला राष्ट्रिय महिला दिवस घोषित कर दिया गया|

महिला इवास को ग्लोबल बनाने का आईडिया कहा से आया?(WHERE IS THEIS IDEA COME FROM  TO GLOBALISE WOMEN’S DAY?)

महिला दिवस को अंतराष्ट्रीय बनाने का श्री भी एक महिला को जाता है|उस महिला का नाम क्लारा जेकटिन था|उसने कोपेनेहमन में कामकाजी महिलाओ की एक अंतराष्ट्रीय कोंफ्रेंक का आयोजन 1910 में किया,और उसी कोंफ्रेंस मयूसने इस दिन को अंतराष्ट्रिय महिला दिवस के रूप में मनाने का सुझाव रखा| जिस वक्त कोंफ्रेंस का आयोजन किया गया,उस वक्त कोफ्रेंस में 100 से भी ज्यादा महिलाए मौजूद थी,जो 17 से भी ज्यादा देसों का प्रतिनिधित्व कर रही थी| सभी महिलाओ ने इस सुझाव को हामी भर दी|
सर्वप्रथम साल 1911 में स्वित्ज़रलैंड,जर्मनी.डेनमार्क और आस्ट्रिया में अंतराष्ट्रिय महिला दिवश मनाया गया था|हालाँकि यह 110 वा अंतराष्ट्रीय महिला दिवस कहा जाएगा,लेकिन तकनिकी तौर पर इस वर्ष 109 वा अंतराष्ट्रिय महिला दिवस मन रहे है|
1975में महिला दिवस को अधिकारिक मान्यता दी गई और यह मान्यता उस वक्त दी गई जब विस्व युद्ध की समाप्ति हो चुकी थी और संयुक्त राष्ट्र संघ का जन्म हुआ था| संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा इस दिन को मनाया गया और अधिकारिक रूप से 8 मार्च को यह दिन को स्वीकृति मिल गई| संयुक्त राष्ट्रसंघ ने इस दिवस को थीम के साथ मनाना शुरू किया| इस अंतराष्ट्रिय महिला दिवस की पहली थीम  थी:”सेलिब्रिटीन्ग द पास्ट प्लानिंग फॉर द फ्यूचर(CELEBRATING THE PAST,PLANNING FOR THE FEUTURE)”
 

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अंतराष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च को क्यों रखा गया?(WHY 8TH MARCH DECLARE AS INTERNATIONAL WOMEN’S DAY?)

प्रसिद्ध जर्मन सोशल एक्टिविस्ट क्लारा जेक्टिन जिन्होंने इस दिवस को अंतराष्ट्रीय बनाने का सुझाव दिया था,उन्होंने महिला दिवस को मनाने के लिए कोई तारीख नहीं बताई थी| उन्ही के बदौलत INTERNATIONAL SOCIALIST CONGRESS ने साल 1910 में महिला दिवस को अंतराष्ट्रिय स्वरूप और इस दिन को पब्लिक हॉलिडे घोषित किया|
1917 में जब रसिया में जब युद्ध चल रहा था,उस दौरान रूस की महिलाओ ने खाना और शांति(BREAD AND PEACE) की मांग की थी| रूस की महिलाओ की इस मांग ने वहां के सम्राट ,निकोलस थे,उनके पद को छोरने के लिए मजबूर कर दिया और महिलाओं की हरताल के आगे झुककर वहां की नत्रिम सरकार ने महिलाओ को मतदान देने का अधिकार दे दिया|
फरवरी की 23 तारीख को महिलाओ ने यह हरताल शुरू की थी,उस समय रुष में जिस कैलेंडर का उपयोग होता था उस कैलेंडर का नाम जुलियन कलेंडर  था| ग्रेगेरियन कलेंडर में यह दिन 8 मार्च था| और उसी दिन के बाद से 8 मार्च को अंतराष्ट्रिय महिला दिवस मनाया जाता लगा | ओपचारिक रूप से मान्यता वर्ष 1975 में उस समय मिली जब संयुक्त राष्ट्र संघ ने इसे मनाना शुरू किया|

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस कैसे मनाया जाता है?(HOW INTERNATIONAL WOMENS DAY IS CELEBRATED)

दुनियाभर के कई देशो में 8 मार्च को रास्ट्रीय घोषणा की जाती है | रूस और दुसरे कुछ ऐसे देश है जहाँ इस दिन फूलों की कीमत बहुत बढ़ जाती है क्योकि इस दिन पुरुष और महिला एक दुसरे को फूल उपहार के रूप में देते है|
अमेरिका में मार्च का महिना ”विमेंस हिस्ट्री मंथ” के तौर पर मनाया जाता है और चीन में इस दिन कम करने वाली महिलाओ को दफ्तरों से आधे दिन की छुट्टी दी जाती है | दुनिया  के हर देश में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस अलग – अलग अंदाज़ में मनाया जाता है |
1. दुनिया के कई और देशो के साथ नेपाल , जान्जिया, चीन , कम्बोडिया और रूस जेसे देशो में इस दिन अवकाश रहता है |
2. इटली की राजधानी रोम में महिलाओ की इस दिन मिमोसा (छुईमुई) के फुल देने का रिवाज है |
3. बहुत से देशो में अंतररास्ट्रीय महिला दिवस पर बच्चे अपनी माँ को तोहफा (गिफ्ट) देते है |

अंतररास्ट्रीय महिला दिवस की थीम (THEME OF INTERNATIONAL WOMENS DAY )

1975 में महिला दिवस को संयुक्त राष्ट्र संघ ने अधिकारिक रूप से मान्यता दी और महिला दिवस मनाया | इस दिन को वार्षिक तौर पर एक थीम के साथ मानना शुरू किया |इस अंतररास्ट्रीय महिला दिवस दिवस की सबसे पहली थीम थी -”सेलेब्रटिंग द पास्ट प्लानिंग फॉर फ्यूचर ”(CELEBRATING  THE PAST ,PLANNING THE FUTURE)

वर्ष(YEAR)

थीम (THEME)

1996

अतीत का जश्न,भविष्य के लिए योजना

1997

महिलाओ और सन्ति तालिका

1998

महिला और मानवाधिकार

1999

महिलाओ के खिलाफ हिंसा से मुक्त विश्व

2000

शान्ति के किये एकजुट महिलाए

2001

महिला और शांति:महिला का संघर्ष प्रबंधन

2002

आज की अफगान महिला: वास्तविकता और अवसर

2003

लिंग समानता और सहस्त्राब्दी विकास लक्ष्य

2004

महिला और एचआइवी /एड्स

2005

2005 के आगे लिंग समानता: अधिक सुरक्षित भविष्य का निर्माण

2006

निर्णय लेने में महिलाए

2007

महिलाओ और लड़कियों के खिलाफ हिंसा को समाप्त करना

2008

महिला और लड़कियों में निवेश

2009

महिलाओ और लड़कियों के खिलाफ हिंसा को समाप्त करने के  लिए महिला और पुरुष एकजुट

2010

सामान अधिकार,सामान अवसर:सभी के लिए प्रगति

2011

शिक्षा,प्रसिक्षण एवं विज्ञान और प्रोधोगिकी की सामान पहुँच: महिलाओ के बेहतरी का मार्ग

2012

ग्रामीण महिलाओ को सशक्त बनाना,गरीबी और भुखमरी का अंत

2013

वचन देना,एक वचन है:महिलाओ के खिलाफ हिंसा को समाप्त करने के लिए कार्यवाही का समय

2014

महिलाओ के लिए समानता,सभी के लिए प्रगति है|

2015

महिला ससक्तिकरण,ही मानवता ससक्तिकरण :इसे कल्पना कीजिये

2016

2030 तक गृह में सभी 50-50 लैंगिक समानता के लिए आगे आये  

2017

कार्य की बदलती दुनिया में महिलाए

2018

अब समय है: महिलाओ और महिलाओ के जीवन को बदलने वाले ग्रामीण और शहरी, कार्यकर्ता अब है: ग्रामीण ओर शहरी कार्यकर्ता महिलाओ के जीवन को बदल रहे है|

2019

सामान सोचे बिल्ड स्मार्ट बदलाव के लिए नया करे

2020

मैं जेनेरेसन इक्वलिटी : महिलाओ के अधिकारों को महसूस कर रही हूँ

2021

WOMENS IN LEADERSHIP- ACHIEVING AND EQUAL FUTURE IN A COVID-19 WORLD (महिला नेत्रत्व COVID-19 की दुनिया में एक सामान भविष्य को प्राप्त करना)

अंतररास्ट्रीय महिला दिवस के कुछ अनमोल वचन (SOME VALUABLE  LINES  OF INTERNATIONAL  WOMENS DAY)

महिला दिवस हमारे देश के साथ पूरी दुनिया में धूमधाम से मनाया जाता है, हालाँकि इसकी शुरुआत संघर्षपूर्ण तरीके से हुई थी | पुरे विश्व में नारी जाति को अवहेलना के रूप में देखा जाता है | अतः महिला दिवस के दिन के बारे में कई महान पुरुषो ने अपने वचनों के द्वारा अपना सहयोग दिया है | अंतररास्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य पर कुछ अनमोल वचन –
1.कोई भी राष्ट्र उन्नत्ति के सिखर पर नहीं पहुँच  सकता जब तक कि उस राष्ट्र में महिलाओ को सामान अधिकार प्राप्त न हो- मोह्हमद अली जिन्ना
2.किसी भी समाज की उन्नत्ति उस समाज की औरतों की उन्नत्ति से मापी जा सकती है|- बी.आर.अम्बेडकर
3.आदमी अपनी नियति को सम्भाल नहीं सकते है उनके लिए यह कार्य उनके जीवन से जुडी औरत करती है – ग्रुशो मार्क्स
4.किसी भी सभ्यता को आकलन औरतों के व्यवहार से किया जा सकता है – राल्फ वाल्डो एमर्सन
5.जब एक आदमी औरत से प्यार करता है  उसे अपनी जिन्दगी का एक हिस्सा देता है लेकिन  जब एक औरत प्यार करती है तो अपना सब कुछ दे देती है – आस्कर वाइल्ड
6.नारी प्रेम करने के लिए है , समझने की वस्तु नहीं है – आस्कर वाइल्ड
HISTORY OF 8th MARCH ON WOMEN'S DAY IN HINDI?(जानना चाहते है 8 मार्च के महिला दिवस का इतिहास?)

अंतररास्ट्रीय महिला दिवस के नारे

                                                        बेटी -बहु कभी माँ बनकर ,
                                                    सबके ही सुख-दुःख को सहकर ,
                                                       अपने सब फर्ज निभाती है,
                                                       तभी तो नारी कहलाती है |
                                                      क्यों त्याग करे नारी केवल
                                                     क्यों नर दिखलाये झूठा बल
                                                       नारी जो जिद पर आ जाए
                                                       अबला से चंडी बन जाए
                                                   उसपर न करो कोई अत्याचार
                                                      तो सुखी रहेगा घर परिवार |
                                                               इस तरह मेरे
                                                       गुनाहों को वो धो देती है
                                                             माँ बहुत गुस्से
                                                         में होती है तो रो देती है
                                                         बित जाती है उम्र सारी
                                               पर कभी आराम नहीं करती नारी |
                                                    एक आदमी को पढाओगे तो
                                                     एक ही व्यक्ति शिक्षित होगा
                                                 लेकिन एक स्त्री को पढ़ाओगे तो
                                                     पूरा परिवार शिक्षित होगा|
                                                   नारियां नहीं कभी बेचारी
                                                  नारियों में निहित है शक्ति सारी |

महिला दिवस के उद्देश्य

भारत में यूँ तो महिलाओ के साथ कई तरह के भेदभाव किये जाते है चाहे वह काम काज के लिए हो या फिर घर के सभी जगहों पर लडकियों और औरतों को भेदभाव का सामना करना पड़ता है | यह समस्या आज से नही बल्कि दशको से चली आ रही है | इस दिन की शुरुआत मजदूर आन्दोलन के रूप में हुई थी जो धीरे धीरे अपने  पांव को पसारते हुए पुरे विश्व में फ़ैल गया और महिला दिवस की उत्पत्ति हुई| हालाँकि इस आन्दोलन में भी महिलाओ  के जरूरतों  को उजागर करने के लिए आन्दोलन की शुरुआत हुई थी |
अमेरिका में महिलाओ को वोट देने का अधिकार नहीं था और उनके कम के साथ भेदभाव किया जाता था | उन्हें उचित वेतन नहीं मिलता था जबकि रसिया में उस वक़्त युद्ध चल रहा था  और वह के महिलाओ ने ”खाना और शांति” (BREAD AND PEACE)  का नारा देते हुए आन्दोलन की शुरुआत की | इसी प्रकार इस विशेष दिन का गठन हुआ और संयुक्त राष्ट्र संघ ने भी इसे सम्मानित किया |

अंतररास्ट्रीय महिला दिवस  2021 में कैसे मनाया जाएगा

यूँ तो पुरे विश्व में महिला दिवस अलग अलग तरह से मनाया जाता है | कही छुईमुई के पोधो का फूल देकर तो कही गिफ्ट देकर | कोई  देश अपने सारे ऑफिस के कर्मचारी को पुरे दिन की छुट्टी प्रदान करते है तो कई देश इस दिन आधे दिन का अवकाश सरकार द्वारा दिया जाता है |
भारत में हम इस दिन को स्पेशल बनाने के लिए अपने माँ ,पत्नी ,बहन और जितनी भी प्यारी औरते जिनकी हम इज्जत करते  है  उन्हें फूल देकर उनकी इज्जत बढ़ाते है और कई लोग अलग अलग तरह के गिफ्ट भी देते है | हालाँकि हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी महिला दिवस इसी तरह मनाया जाएगा |

महिला दिवस पर स्पीच

नारी यह केवल एक शब्द नहीं है बल्कि एक सम्मान तुल्य शब्द है | हमेशा से औरतों को देवी के रूप में हमारे पूर्वजो द्वारा दर्शाया गया है | जब भी घर में कभी किसी लड़की का जन्म होता है तो लोग कहते है कि बधाई हो लक्ष्मी ने जन्म लिया है | वही अगर घर में किसी पर मुसीबत आती है तो घर की औरते अपना खाना पीना छोड़ उनकी सेवा में लग जाती है इससे उनके दयालुपन का प्रमाण मिलता है |
हम माँ दुर्गा ,  माँ काली , माता लक्ष्मी आदि संकड़ो नाम है जिन्हें हम देवी के रूप में पूजते है और सभी नारी का ही रूप है | नारी अगर अपने पर आ जाए तो सावित्री की तरह अपने मरे हुए पति को भी अपनी उपासना से जिन्दा कर सकती है और काली  की तरह रूद्र रूप को धारण कर सर्वनाश भी कर सकती है |
भारत के साथ पुरे विश्व में महिला दिवस  8 मार्च को मनाया जायेगा | हमारा कर्त्तव्य है की हम भी इस दिवस का पालन अपने मन से करे | लोग घरो में औरतों के साथ आज भी भेदभाव करते है  उन्हें हीन द्रिस्टी से देखा जाता है , उन्हें कमजोर समझा जाता है  परन्तु नारी जितनी दयालु की माता है  उतनी ही पत्थर के जेसी शक्त | हमारे देश  की नारी जैसे -श्रीमती लता मंगेशकर ,सरोजिनी नायडू ,कल्पना चावला , मैरी कोम ,सानिया मिर्ज़ा ,साइना नेहवाल,गीता कुमारी इत्यादि सैकडो औरते है जिन्होंने हमारे देश का नाम पुरे विश्व पटल पे  विख्यात किया है ,सोचिये अगर उनके साथ उनके घर वाले भेदभाव करते और आगे बढ़ने से रोकते तो क्या आज ये सभी औरते इस मुकाम तक पहुँच पाती | अतः हमें भी श्रध्दा के साथ इस दिन को याद  करना चाहिए |

महिला दिवस के उपलक्ष्य को ध्यान में रखते  हुए कुछ फिल्मे:

हमारे देश में कई अच्छे अच्छे फिल्मो का निर्देशन हुआ है जो हमें हमेशा याद रहेगी | नारी शक्ति को दर्शाने हेतु बहुत सी फिल्मो का निर्देशन किया गया है जिसमे से कुछ नाम निचे दिए गए है ,जो नारी शक्ति को दर्शाते है –
1.ब्लैक (BLACK 2005) 2.वाटर(WATER 20056) 3. द नेमसेक(THE NAMESAKE 2007)  4.फैशन (FASHION 2008)  5.द गर्ल इन येल्लो  बूट्स ( THE GIRL IN YELLOW BOOTS 2011) 6.कहानी (KAHANI 2012)7.इंग्लिश विन्ग्लिश (ENGLISH WINGLISH 2012) 8.हेरोइन (HEROIN 2012)  9.क्वीन (QUEEN 2014)  10.मैरी कोम (MARRY KOM)
तो ये थी HISTORY OF 8th MARCH ON WOMEN’S DAY IN HINDI?(जानना चाहते है 8 मार्च के महिला दिवस का इतिहास?) जिसमे हमलोग ने महिला दिवस की पूरी कहानी को अपने पाठको के लिए लिखी है जिसमे हमारे पाठको को पूरी जानकारी मिलेगी और पाठको को कसी दुसरे आर्टिकल में जाने की जरुरत नहीं परेगी|

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HOLIKA DAHAN HISTORY AND WISHES/ होलिका दहन या छोटी होली क्यों मनाया जाता है?जाने पूरी विधि की सच्चाई

लेखक:मोनू शर्मा राय

होलिका दहन-आज हमलोग इस पोस्ट में जानेगे की  होलिका दहन या छोटी होली क्यों मनाया जाता है?जाने पूरी विधि की सच्चाई ( HOLIKA DAHAN HISTORY AND WISHES) में हमलोग पूजा की विधि से लेकर उसकी पूरी जानकारी हम अपने पाठको के साथ साझा करेंगे और उन्हें पूरी जानकारी देनें की कोशिश करेंगे | ताकि हमारे पाठको को पूरी जानकारी मिले| इस वर्ष होली का त्यौहार 27 मार्च विश्व रंगमंच दिवस के दो दिन बाद 8 मार्च को है|

28 MARCH 2021 HOLIKA DAHAN HISTORY AND WISHES/ होलिका दहन या छोटी होली क्यों मनाया जाता है?जाने पूरी विधि की सच्चाई

 होलिका दहन क्यों मनाया जाता है:

महापुरानो के अनुसार महाराज हिरनकश्यप का एक पुत्र था जिसका नाम प्रहलाद था| वह भगवान विष्णु का बहुत बार भक्त था| परन्तु रजा हिरनकश्यप भगवानो से नफरत करते थे, अतः उन्हें बिलकुल पसंद नहीं था की कोई उनके घर में भगवान को माने,चुकी उसे ब्रह्मा भ्ग्वान से वरदान मिला था| उन्हें भगवान ब्रह्मा  की घोर तपस्या की और भगवान को प्रसन्न क्र के उनसे वरदान की प्राप्ति की|
भगवान ब्रह्मा ने उन्हें वरदान दिया था की हिरनकश्यप को कोई मार नही सकता | न हीं उन्हें कोई सुबह मार सकता है,न हीं रात में| न उसे कोई अस्त्र से मार सकता है और न ही कोई शस्त्र से| न ही उसे कोई भगवान मर सकता है न ही कोई दानव, न ही उनकी मृत्यु प्रलय से हो सकती है न ही कोई जानवर से|
अतः इसी बात का उसे घमंड था और वो खुद को भगवान से भी ऊपर समझते थे अतः  उसे पसंद नही था की कोई उनके घर में किसी भगवान की पूजा करे| अपने बेटे से भगवान विष्णु का भक्ति हटाने हेतु हिरनकश्यप ने अपने पुत्र पर तरह तरह की यातनाए करनी शुरू किया|  अतः साड़ी यातनाए सहने के बाद भी जब उनका पुत्र नहीं माना और भगवान विष्णु का नाम जपते रहे तब रजा हिरनकश्यपने अपनी बहन होलिका को अपने पुत्र को सौप दिया|
होलिका के पास भी वरदान था,उसे एसा वरदान प्राप्त था की उसेअग्नि कुछ नहींकर सकता अर्थात वो अग्नि से नहीं जल सकती| अतः होलिका अपने भाई के पुत्र प्रहलाद को जलाने हेतु उसे अपनी गोद में लेकर जलती हुई अग्नि में बैठ गई| लेकिन भगवान विष्णु की कृपा भक्त प्रहलाद पर थी,वह जब अग्नि में प्रवेश किया तबी भी भगवान विष्णु का जाप करते रहे| अंत में ये हुआ कली भक्त प्रहलाद ज्यो के त्यों बच गए और होलिका अग्नि में जलकर भष्म हो गई| इस प्रकार होली का त्यौहार बुराई पर अच्छाई और सच्चाई की जित को दर्शाता है|
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होलिका दहन का सुभ महूर्त:

बाबा श्याम  के ग्यारस के कुछ दिनों बाद 29 मार्च 2023 को होली का त्योहार है, परन्तु  इसके पहले 28 मार्च को होलाष्टक खत्म होने के साथ होलिका दहन किया जाता है । पूर्णिमा तिथि के अनुसार  8 मार्च 2023 रविवार के दिन की रात में या यु कहे तो संया/सांझ के वक्त होलिका दहन मनाया जाता है ।
भद्रा दिन 1 बजकर 33 बजे समाप्त हो जाएगा । साथ ही पूर्णिमा की तिथि रात्रि  12:40 तक ही रहेगी। शाश्त्रो के अनुसार  भद्रा रहित पूर्णिमा की  तिथि में ही होलिका दहन किया जाएगा , इस कारण रात में 12:30 बजे से पहले ही  होलिका दहन की समाप्ति हो जानि चाहिए। क्योंकि रात में 12:30 बजे के बाद हिन्दू शास्त्रार्थ के अनुसार प्रतिपदा तिथि लग जाएगी।
भारतीय हिन्दू  पंचांग के अनुसार होलिका दहन का मुहूर्त 28 मार्च को शाम 6  बजकर 37 मिनट से रात्रि 10 बजकर 56 मिनट तक रहेगा यानि 02 घंटे 20 मिनट तब होलिका दहन का मुहूर्त रहेगा। इसी मुहूर्त में होलिका दहन मनाना अत्यंत शुभ मना जाएगा  है। इस साल होलिका दहन के समय भाद्र का महिना नहीं रहेग|

होलिका दहन की सुभकामनाए:

स्वीट-स्वीट सी रहे आपको बोली
खुशियां ही खुशियां हो आपकी झोली,
मेरी तरफ से मुबारक हो आपको छोटी होली
होलिका दहन की हार्दिक सुभकामनाए
Happy Holika Dahan 2023
जिस तरह होलिका
जलकर हो गई थी राख,
उसी तरह आपके मिट जाएं
आपके सारे कष्ट और पाप,
हैप्‍पी होलिका दहन 2021
अच्‍छाई की जीत हुई है,
हार गई आज बुराई है,
देखो होलिका दहन की,
शुभ घड़ी आज आयी है,
होलिका दहन की शुभकामनाएं
निकलो गलियों में बना कर टोली,
भिगा दो आज हर एक की झोली,
कोई मुस्कुरा दे तो उसे गले लगा लो,
वरना निकल लो, लगा के रंग कह के हैप्पी छोटी होली।
सब रंगो को मिला कर पानी में,
सतरंगी नदियां बहाई है।
कर देंगे सबके चेहरों को लाल,
होली की ऐसी खुमारी छाई है।
लगा दो रंग आज कोई बचके ना जा पाए,
क्योंकि सबसे सतरंगी होली आई है।

अंग्रेजी में जाने होलिका दहन की सुभकामनाए:

Mix all the colors in water,
Seven rivers flow.
Will make everyone’s faces red,
Holi is such a hangover.
Apply two colors, no one can be saved today
Because the most colorful Holi has come.
Get out in the streets, make a team,
Get rid of everyone’s bag today,
If someone smiles, give it a hug,
Otherwise, come out and say, ‘Happy little Holi’ by saying colors.
Good has won
Lost is evil today,
Look at Holika Dahan,
Auspicious moment has come today,
Happy Holika Dahan
By the way holika
Was burnt to ashes,
In the same way you disappear
All your sufferings and sins,
Happy Holika Dahan 2021
Bid you stay sweet-sweet
Happiness is happiness, your bag
Happy little holi from my side
Happy Holika Dahan
Happy Holika Dahan 2021

होलिका दहन की पूजन विधि:

होलिका दहन जिस स्थान पर किया जाएगा उस स्थान को पहले गंगा जल या सुद्ध पानी से धो ले| यह कार्य करने के बाद वह गोबर के सूखे उपले,घांस,और सुखी लकरी रखे|  यह कार्य और समान इकठ्ठा होने के बाद सपरिवार पूर्व दिसा के तरफ मुह करके बैठ जाए| अगर आप चाहे तो सूखे गे के गोबर से भक्त प्रहलाद और होलिका का चित्र बना सकते है| यह करने के पश्चात् भगवान नरसिंह किपुजा अर्चना करे|
पूजन के वक्त लोटा में पानी,माला,चावल,रोली,और सात प्रकार के अनाज के साथ फुल कच्चा सूत,गुर,हल्दी बतासे,गुलाल होली पर बनने वाले अप्क्वान और नारियल रखे| साथ में नइ फसले भी रखी जाती है| जैसे गेहू की बलिया| कच्चे सूत को तिन या सैट बार परिक्रमा कर क्र बांधे,और अंत में सभी समग्रीयो को होलिका दहन की अग्नि में अर्पित करे| यह मन्त्र का जाप करे: अहकुटा भय्त्रस्ते: कृता त्व होली बालिशे: कई लोगो की तरह आप भी पूजन के पश्चात् अग्नि के अस्थियो को घर के विभिन्न जगह पर रख सकते है|

होली से होने वाले कुछ बीमारी:

यूँ तो होली क खुसी का दिन है| लेकिन बच्चे और बरो को कुछ साब्धानिया बरतनी परती है| कुछ बच्चो को ज्यादा होली और रंगों से खेलने से स्किन पे प्रभाव परता है,और उन्हें एलर्जी भी हो सकती है| ज्यादा पानी से खेलने पर बच्चो को सर्दी लग सकती है| और बारे बुजुर्गो को भी सर्दी खांसी का सामना करना पर सकता है पानी से खेलने के कारन|
किसी किसी के स्किन काफी सवेदनशील होती है अतः उन्हें अपने सेहत का ध्यान रखते हुए होली के रंगों से दूर रहना चैये क्युकी उन्हें एलर्जी का सामना करना पर सकता है|
होलिका दहन या छोटी होली क्यों मनाया जाता है?जाने पूरी विधि की सच्चाई(8 MARCH 2023 HOLIKA DAHAN HISTORY AND WISHES) में हमने अपने पाठको के लिए साडी जानकारी देने की कोशिश की है,ताकि आप सभी पाठक गन को किसी भी तरह का अर्तिक्ल में जाने की जरुरत न हो|

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Breaking Wpl 2023: हर्मनप्रीत कौर के बदौलत मुंबई इंडियंस को मिली पहली जित? | MI START WITH A BIG WIN IN WPL 2023? – Hindimetrnd

MIW को मिली पहली जित : दोस्तों WPL की शुरुवात हो चुकी है एवं पहले मैच में रोमांचक बल्लेबाजी करते हुए मुंबई इंडियंस को दीलाई जित| वैसे आप सबको पता है| WPL की शुरुवात 4 मार्च को हो चुकी है एवं ओपनिंग सेरेमनी के बाद गुजरात GAINTS एवं मुम्बई इंडियंस के बिच में काफी रोमांचक मैच खेला गया | इस पोस्ट के अंत तक आपको यह मालूम हो जाएगा की किस प्रकार मुंबई ने जित हाशिल की है|

WPL 2023 में मुंबई इंडियंस को मिली पहली जित :

जी हाँ दोस्तों मुंबई इंडियंस एवं गुजरात GAINTS के बिच पहला WPL का पहला मैच हुआ जिसमे मुम्बई ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 207 रनों का लक्ष्य गुजरात की टीम के सामने रखा | जिसमे मुंबई के बल्लेबाजो ने जमकर रन किये एवं गुजरात के बोलरो की जम कर पिटाई की |पहले बल्लेबाजी करते हुए हेली मेथ्युस ने 47 रनों ली धमाकेदार पारी खेली 31 गेंदों में एवं 3rd विकेट के लिए कप्तान हरमन प्रीत एवं अमिलिया केर ने एक अच्छी एवं तेज पार्टनरशिप की जिसमे दोनों ने गुजरात के गेंदबाजों की जम कर रन किये है |

हरमन प्रीत ने .30 गेंदों में 65 रनों की धुवाधार पारी खेली है 216 के स्ट्राइक रेट से |जबकि अमिलिया ने 24 गेंदों पर 45 रन की नाबाद पारी खेली है| उन्होंने अपनी पारी में 6 चौके एवं एक चक्का जरा है जबकि हरमन प्रीत कौर अपने पुरे पारी में एक भी छक्का नहीं लगाईं बल्कि उन्होंने 14 चौके अपनी पूरी पारी में लगाईं है| गौरतलब यह है की हरमन प्रीत ने एक गेंदबाज को 7 गेंदों में 7 चौके लगा के WPL में एक रिकॉर्ड कायम कर दी है| काफी लोग उनकी यह पारी की तुलना मेंस आईपीएल के पहले एडिसन में खेले गई पारी बब्रेंदम मेक्कुलम के 156 रनों के धमाकेदार पारी से तुलना कर रही है |

गुजरात GIANTS 100 के अन्दर सिमट गई:

जी हाँ दोस्त्तो बदले में 207 रनों का लक्ष्य को पूरा करने के लिए उतरी गुजरात की टीम 100 रनों का लक्ष्य भी पूरा नहीं कर सकी | एक के बाद एक गुजरात के 3 बल्लेबाज 0 रन पर ही सिमट के रह गए | हेमलता ने काफी हद तक टीम की कमान संभाले राखी लेकिन फिर भी टीम को जित की दहलीज तक नहीं पंहुचा सकी | पूरी टीम की 50 रनों पर 8 विकेट वापिस आउट होकर पविलियन जा चुके थे |

किसे मिला वीमेन ऑफ़ THE मैच :

दोस्तों हरमन प्रीत की इस धुवादारी के बदौलत MIW (MUMBAI INDIANS women) के कप्तान को कप्तानी पारी खेलने के लिए women of THE मैच दिया गया जिसमे हर मैच में 1 लाख रूपये की चेक से नवाजा गया |

अंतिम शब्द:

तो यह थी हमारी पोस्ट जिसमे हमने Neet PG admit card link से जूरी सारी जानकारी आपलोगों से साझा करने की कोसिस की है जिससे आप सभी को Neet PG admit card link से जुरे हर छोटी से छोटी जानकारी आपको दे सके|

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