लेखक:गुड्डू राय
आज हम इस पोस्ट में ESSAY ON GOOD FRIDAY के बारे में जानेंगे ,देखेंगे की इसु की मृत्यु कैसे हुई,और क्यों 2 अप्रैल को GOOD FRIDAY 2021 / जाने गुड फ्राइडे का मतलब क्या होता है? क्यों मनाया जाता है गुड फ्राइडे? के बारे में जानेंगे | कही पर इस दिन को ब्लैक फ्राइडे के नाम से भी जाना जाता है| यह दिन उत्कल दिवस/ओड़िसा दिवस के एक दिन बाद यानि 2 अप्रैल 2021 को मनाई जाएगी|
अगर आपलोग इसु के बारे में नहीं जानते है तो ESSAY ON GOOD FRIDAY में आपको इससे जूरी साडी जानकारी मिल जाएगी|
ये भी पढ़े:
whatsapp-quotes-on-rajasthan.
मिसाइल मैन of इंडिया
गुड फ्राइडे क्या है(WHAT IS GOOD FRIDAY/ESSAY ON GOOD FRIDAY 2021):
गुड फ्राइडे ऐसा दिन है,जिस दिन ईसा मसीह ने धरती पर हो रहे पाप को बढ़ते देख खुद का बलिदान देकर,निःस्वार्थ प्रेम का उदाहरण हमारे सामने प्रस्तुत किया| इस दिन को ईसा मसीह ने उत्पीड़ण सहते हुए मानवता वाद के लिए अपने प्रानो का त्याग कर दिया था | यह जानकारी बाइबल में मिलती है| आज इस ESSAY ON GOOD FRIDAY में हम आपको साड़ी जानकारियो से मुहैया कराने वाले है|
ईसाई धर्म के अनुसार जिस दिन ईसा मसीह ने प्रानो का त्याग किया था, वह दिन शुक्रवार का था और इसी कारन इस दिन को यीसू की याद में गुड फ्राइडे को मनाया जाता है| परन्तु इसा मसीह अपनी मृत्यु के तीन दिन बाद पुन: जीवित हो गए थे| उस दिन रविवार था | इस दिन को इसाईं धर्म ग्रंथो के अनुसार ईस्टर सण्डे/रविवार कहा जाता हैं| गुड फ्राइडे को होली फ्राइडे, ब्लैक फ्राइडे या ग्रेट फ्राइडे भी कहा जाता हैं|
ईसाई समाज में गुड फ्राइडे का दिन एक अहम स्थान है| इस दिन को ईसा मसीह ने सलीब पर अपने प्राणों का त्याग किया था| बेकसूर होने के बाद भी जब उनको सलीब पर लटका कर मृत्यु का दंड दिया गया तब उन्होंने सजा देने वालों को कुछ नहीं कहा | बल्कि भगवान की प्रार्थना करते हुए उन्होंने कहा कि ‘हे ईश्वर इन्हें क्षमा कर,ये नहीं जानते कि ये क्या कर रहे हैं|
ESSAY ON GOOD FRIDAY में इसा मसीह को मृत्यु दंड क्यों दिया गया:
लगभग दो हजार इसा पूर्व यीसू को मृत्यु का दंड दिया गया था क्योंकि ईसा मसीह अन्याय और आडम्बरो तथा अज्ञानताओ का अंधकार दूर करने के लिए लोगों को ज्ञान बाँट कर उन्हें शिक्षा दिया करते थे| गुड फ्राइडे ईसाई धर्म का प्रमुख त्योहार के साथ साथ इस दिन को ‘शोक दिवस’ के रूप में भी मनाया जाता है। आज ही के दिन के दिन ही धार्मिक गुरुओ में लोगों के द्वारा प्रभु ईशु को शारीरक यातनाएं देने के बाद सूली पर चढ़ाया दिया गया था।
यीशु लोगों को मानवता और अहिंसा की राह पर चलने का उपदेश दिया करते था। उनके उपदेशों से प्रभावित होकर लोग अहिंसा और शांति की राह पर चलने लगे, ईशु के मानने वाले लोग बढ़ने लगे और उनकी की बढ़ती हुई लोकप्रियता देखते हुए अंधविश्वास और आडम्बरो को बढ़ावा देने वाले धर्म गुरु चिढ़ने लगे।
यहूदि जाती के कट्टरपन्थी धर्मगुरूओ ने यीसू का बहुत विरोध किया| उन्हें यीसू में मसीहा जैसा कुछ नहीं लगाता था | वे अपने किये हुए कर्मो से प्रेम करते थे | स्वयं को ईश्वर का पुत्र कहना उनके लिये भारी पाप था |
इस कारन उन्होंने तत्कालीन रोमन गवर्नर पिलातुस से इस बात की शिकायत कर दी|
रोमनों के शाशको को हमेशा यहूदी क्रान्ति का डर लगा रहता था| अतः इसी कारन कट्टरपन्थियों को खुश करने हेतु पिलातुस ने यीसू को क्रूस (सलीब) पर मृत्यु दण्ड की घोषणा सुनाइ | यह एक दर्दनाक सज़ा थी | ईसा मसीह परिवर्तन के साथ खरे थे| अतः उन्होंने मानव प्रेम की सीमा नहीं बांधी अल्कि अपने बलिदान को स्वार्थ से परे बताया|

गुड फ्राइडे की क्या खाशियत है:
इस दिन ईसाई धर्म के लोग और उनको मानने वाले अनुयायी चर्च/गिरजाघरो में जाकर प्रभु को याद करते हैं| उनसे प्राथना करते है | इस दिन गिरजाघरो में घंटो को नहीं बजाया जाता है बल्कि उसके स्थान पर लकड़ी के टुकरो से आवाज निकली जाती है| भगवान यीसू के प्रतीक क्रॉस को चूमकर लोग उन्हें याद करते है| गुड फ्राइडे के दौरान विश्व भर के चर्च में सामाजिक कार्यो को बढ़ावा देने के लिए दान दिया जाता हैं|
ऐसे कई प्रकार के देश है जहा आज के दिन दुकाने बंद रहती है सिंगापूर उनमे से एक है, ब्रिटेन में गुड फ्राइडे के दिन घुरदौर का आयोजन किया जाता है|क्यूबा में गुड फ्राइडे के दिन राष्ट्रिय अवकाश 2012 में घोषित कर दिया गया|यीशु के जन्म स्थान जेरुशलम में प्रवेश को खजूर रविवार के नाम से मनाया जाता है। खजूर रविवार के बाद वाला गुरुवार ‘पवित्र गुरुवार’ के रूप में जाना जाता है।
लेंट रश्म क्या है:
लेंट रश्म के दिन लोग यीशु के प्रति अपनी भावनाओ को व्यक्त करते हुए 40 दिन पहले से ही उनकी याद में उपवास रखन सुरु कर देते हैं। इन रस्मो को ‘लेंट’ रश्म के नाम से जाना जाता है। उपवास करने के उपरांत लोग मीठा खाते है और मीठी रोटीयां बनाकर खाते है।
इस्टर अंडे का इतिहास:
ईसाई ग्रंथो के अनुसार एसा माना जाता है कि यीशु अपनी मृत्यु के तीन दिन बाद पुनः जीवित हो गए थे। वह दिन रविवार होने के कारन, उसे ईस्टर संडे के नाम से जाना जाता हैं। इसा मसीह के पुनः जीवित उठने की खुशी में इसाई धर्म के लोग ईस्टर को बरी ख़ुशी के साथ मनाते है।
इस दिन गिरजाघरो को बहुत अच्छी तरह सजाया जाता है। मोमबत्तियो से गिरजाघर जगमग करती है। लोग धार्मिक गीत और, प्रार्थना करते हैं| एक दूसरे को गिफ्ट देते हैं।
ज्यादातर गिफ्ट्स अंडे के आकार के होते हैं। कुछ लोग बिज रोपण करते हैं। गुड फ्राइडे जितनी आरामदायक और शांतिपूर्ण तरीके से मनाया जाता है|ठीक उसके विपरीत ईस्टर सन्डे में लोग झूम कर मनाते हैं।
सुबह से शाम तक मौज-मस्ती चलती है। नृत्य और संगीत भी चलता है। कई तरह के खान-पान का आयोजन किया जाता है। यह दिन ईसाई धर्म के लोगों और इसी अनुयायियों के लिए बेहद महत्वपूर्ण दिन है।
इस्टर अंडा क्या होता है?:
आठवीं सदी के दौरान सेंट बीड नामक एक विद्वान ने पइसा मसीह के पुन: जी उठने की खुशी में,ईस्टर फेस्टिवल को मनाने की शुरुवात किया था। इस त्योहार को वसंत ऋतु के पहले रविवार को मनाया जाता है। वसंत ऋतू नये जीवन और हर्षौल्लास का संदेश लेकर आता है। इस समय प्रकृति नए फूलों और पत्तो से भरी रहती है।
ईस्टर का मुख्य चिन्ह अंडा है। जिस तरह कोई चिड़िया पहले अंडा देती है, और उसमें से छोटा-सा चूजा का जन्म होता है। और एक नए जीवन की शुरुआत होती है। इसलिए ईसाई धर्मग्रंथो में अंडे को शुभ माना जाता है। अतः उपहार को तौर पर लोग अंडे की शक्ल के उपहार देते हैं।
कई विद्वानों के अनुसार ऐसा मानना है कि ईस्टर के लगभग छियालीस दिन पहले वाले बुधवार को इस त्योहार की शुरुआत होती है,तथा अंतिम रविवार को ईस्टर के दिन इस त्यौहार की समाप्ति होती है।
अंतिम शब्द:
तो ये थी ESSAY ON GOOD FRIDAY 2021 / जाने 2021 गुड फ्राइडे का मतलब क्या होता है? क्यों मनाया जाता है गुड फ्राइडे? की साड़ी जानकारी जिनके बारे में हमने पोस्ट को लिखा है| अगर आपको ESSAY ON GOOD FRIDAY के बारे में नहीं जानते है तो यह पोस्ट आपके लिए है इस पोस्ट में हर छोटी बरी जानकारी अपने पाठको के लिए लिखने की कोसिस की है ताकि हमारे पाठको को किसि दुसरे आर्टिकल में जाकर पढने की जरुरत ना परे साड़ी जानकारी हमारे आर्टिकल में मिल जाए|
अगर आपको हमारा यह पोस्ट अच्छा लगा तो कृपया इसे facebook,instagram twiter linkdin whatsapp में शेयर जरुर करे एवं यदि आप किसी प्रकार का सुझाव हमें देना चाहते है तो हमे कमेन्ट बॉक्स में कमेन्ट जरुर करे |
यदि आप hindimetrnd.in के साथ जुरना चाहते है तो कृपया हमारे फेसबुक पेज को लाइक करना न भूले hindimetrnd/facebookpage
ये भी पढ़े :
:WHAT-IS-EMAIL-ADDRESD-IN-HINDI